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मंगलवार, 29 अक्टूबर 2024

Why Tiger Better Than Lion - क्यों बाघ शेर से इन मामलों में काफी आगे है?

Why Tiger Better Than Lion - क्यों बाघ शेर से इन मामलों में काफी आगे है?
शेर से कई गुना आगे है बाघ।

क्यों बाघ शेर से इन मामलों में काफी आगे है?

टाइगर फाइटकैट की प्रजाती से सम्बन्ध रखने वाले बाघ किसी भी स्किल में शेर से कम नहीं होते। हाई जम्प लगाने से लेकर स्पीड के साथ दौड़ने तक टाइगर शेर से एक कदम आगे ही रहते हैं।

सबसे खास बात यह है कि बाघ अकेले ही जंगल में शिकार करना और सरवाइव करना जानता है। इसके मजबूत जबड़ो में 1000PSI बाईट फ़ोर्स की ताकत होती है।

टाइगर की मसल्स 70% तक ज्यादा मजबूत होती है। लेकिन इनके लोवर बोनटेनसिटी शेर से कम होती है। मसल्स इन्स्टेंस की बात करें तो टाइगर जादा ताकतवर होते हैं।

बाघ से जुड़ी रोचक तथ्य।

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10 फीट तक बढ़ने वाले ये जीव कुदरत के सबसे बेख़ौफ़ शिकारी होते हैं, जो वजन में 600 पौंड के होते हैं। रिसर्च ये बताती है कि एक बाघ अपने शरीर के दोगुना बॉडी वेट को कैरी कर सकते हैं।

बाघ का शरीर शेर से ज्यादा फ्लेक्सिबल होता है। इनकी हाई जम्प भी शेर से जादा खतरनाक होता है। ऐसे में जब ये दोनों जानवर आमने सामने होते हैं, तो मुकाबला टक्कर का होता है।

टाइगर के प्रोटेक्शन को लेकर लोगो में अवेरनस बढानें के लिए हर साल 29 जुलाई के दिन वर्ल्ड टाइगर डे मनाया जाता है। एक और खास बात साइबेरियन प्रजाति के टाइगर दुनिया के सबसे बड़े टाइगर होते हैं।

Intresting Fact Of Tiger

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इसकी गिनती दुनिया के सबसे ताकतवर जानवर में की जाती है। टाइगर को इंडिया, बांग्लादेश, मलेसिया, साउथ कोरिया में काफी रेस्पेक्टेड जानवर का दर्जा प्राप्त है।

इसके अलावा ये नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान और इंडोनेसिया में देखने को मिलते हैं। ये ट्रॉपिकल फारेस्ट में भी पाए जाते हैं। लेकिन इंडिया में टाइगर का पापुलेशन सबसे ज्यादा है।

दुनिया के लगभग 80% बाघ भारत में ही पाए जाते हैं। जैसे लायन, चीता, जैगुआर और क्रोकोडाइल जैसे शिकारी जानवर को सफलता उसके मजबूत जबड़े से मिलती है, ठीक वैसे ही टाइगर के जबड़े से शिकार का बचना इम्पॉसिबल होता है।

Tiger Ke Rochak Tathya

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क्योंकि टाइगर का बाईट फोर्स 1000PSI तक होता है, जिससे टाइगर की पकड़ और मजबूत हो जाती है। जिससे ये बड़े से बड़े जानवर को जबड़े में दबाकर मार सकते हैं।

यहाँ तक की ये बफ्फैलो जैसे भारी और ताकतवर जानवर की गर्दन भी तोड़ सकते हैं। इसकी ताकत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि, इसका बाइट फोर्स लायन के बाइट फ़ोर्स से भी जादा होता है।

वहीं अगर इसके दातों के बारे में बात करे तो इनका पैटर्न काफी चौकाने वाला होता है। दरसल टाइगर के मुँह में 30 दात होते हैं। जिन्हें देखने पर ऐसा लगता है कि, मानो इन्हें मुँह में काफी प्लानिंग के साथ सजाया गया हो।

Fact About Tiger

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इसके सामने के चार नुकीले दांत बेहद शार्प होते हैं। जिसका इस्तेमाल ये शिकार को पकड़ने और उसकी हड्डी तोड़ने के लिये करते हैं। यूँ कहें कि एक बार इनके हाथ लगने पर शायद ही कोई प्राणी बच पाए।

दोस्तों ये थे बाघ के बारे में कुछ इम्पोर्टेन्ट जानकारी जिन्हें आपके समक्ष लाने की हमने कोशिस की है जानकारी कैसी लगी जरुर बताएं।

शनिवार, 26 अक्टूबर 2024

World Ka Sabse Mehnga Ball - विश्व का सबसे महंगा गेंद?

World Ka Sabse Mehnga Ball - विश्व का सबसे महंगा गेंद?, Curling Ball
विश्व का सबसे महंगा गेंद!

क्यों है विश्व का सबसे महंगा गेंद कीमत 50,000

मित्रों ओलंपिक्स में तरह - तरह के खेल हैं। कहीं कुछ प्रसिद्ध है तो कहीं कुछ जैसे भारत में हॉकी राष्ट्रीय खेल में शामिल है, लेकिन क्रेज या फिर कहें प्रसिद्ध क्रिकेट है।

ऐसे में इन खेलों में लगने वाले सामानों का एक अहम भूमिका होता है। जैसे हॉकी के लिये हॉकी स्टिक, बॉल आदि।

उसी प्रकार क्रिकेट के लिए भी आपको बॉल, बैट आदि की आवश्यकता होती है।

लेकिन इन्हीं सामानों में कुछ ऐसे सामान भी होते हैं, कि इनका दाम सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। जी हां क्या आप जानते हैं कि विश्व का सबसे महंगा बॉल कौन सा है और यह किस खेल में लगता है?

कर्लिंग बॉल विश्व का सबसे महंगी गेंद।

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आख़िर क्यूं है इसकी इतनी बड़ी कीमत जिससे इसे विश्व की सबसे महंगी गेंद का खिताब मिला हुआ है?

जी हां दोस्तों ओलंपिक्स में कर्लिंग स्टॉक्स भी एक ऐसा ही खेल है। जिस तरीके से बॉलिंग वाले गेम में बॉल को फेक कर सामने वाले डॉल्स गिराने होते है।

उसी प्रकार इस गेम में बर्फ के ऊपर एक गोल सा पत्थर फेका जाता है और इस बॉल का रास्ता साफ करने के लिए झाड़ू ले कर दो लोग उसके आगे पीछे घूमते रहते हैं।

ताकि बॉल को सेण्टर के लोकेशन पर पहुँचाया जा सके। अब जितना अजीब ये गेम है, उससे भी अजीब बात ये है कि इस खेल को खेलने के लिए जिस पत्थर की बॉल का उपयोग करते हैं।

क्यों है कर्लिंग बॉल की कीमत 50 हज़ार रुपए।

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ये पत्थर की बाल केवल पूरे ब्रह्माण्ड में एक ही जगह से आ सकती है। वो है स्कॉटलैंड का Ailsa Craig आइलैंड और उसे केवल दुनिया में दस लोग ही बना सकते है।

इसे तराशने में बहुत ही ज्यादा समय लगता है और इस बात का भी काफ़ी ध्यान रखा जाता है कि यह कहीं से भी खुरदुरा ना रहे। इसे इतना चिकना बनाया जाता कि यह एक शीशे की तरह फिसलने लगता है।

इस बॉल की वजन लगभग 17 से 20 किलो के बीच में होता है। इसीलिए ये जो पत्थर की बॉल है वो 50,000 की है। पूरे दुनिया में इसे सबसे महंगी गेंद का खिताब मिला हुआ है।

दोस्तों यह जानकारी आपको कैसी लगी जरूर बताएं। ऐसे ही अन्य जानकारी के लिए वेबसाईट पर विजिट करते रहें।

गुरुवार, 3 अक्टूबर 2024

Pair Tootne Ke Baad Bhi Chhota Rajan Kaise Bhaga - पैर टूटने के बाद भी छोटा राजन कैसे भागा?

Pair Tootne Ke Baad Bhi Chhota Rajan Kaise Bhaga - पैर टूटने के बाद भी छोटा राजन कैसे भागा?
छोटा राजन कैसे भागा?

पैर टूटने के बाद भी छोटा राजन कैसे भागा?

दोस्तों मानव शरीर कुदरत की एक अनमोल देन है। इस शरीर का जितना भी अध्ययन किया जाय उतना ही कम है। इसलिए आज हम भी आपको थोड़ी सी अपने शरीर के बारे में कुछ अद्भुत जानकारी देंगे।

जैसा कि आप जानते हैं हमारे शरीर में कई प्रकार के हार्मोन पाए जाते हैं। जिसे हमारा शरीर समय समय पर जरुरत अनुसार रिलीज़ करती है। उनका अलग-अलग समय पर अलग-अलग कार्य भी होता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर में कुछ ऐसे भी हार्मोन पाए जाते हैं जो हमें अपने जान को किसी भी कीमत पर बचाने के लिए लड़ने में मदद करते हैं।

जी हां दोस्तों आईए आपको बताते हैं। इससे पहले कि हम हार्मोन पर चर्चा करें उसके पीछे एक कहानी जान लेते हैं।

छोटा राजन कैसे भागा?

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छोटा राजन जी हां मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन जो कि एक मुठभेड़ में पुलिस ने उसे घेर लिया ऐसे में छोटा राजन ने 4 मंजिल बिल्डिंग से छलांग लगा दी।

छोटा राजन नार्मल इंसान जैसा ही था ना जिम ना बॉडी बिल्डर सिंपल आदमी था। छलांग लगाने के बाद वह मरा नहीं ना ही घायल हुआ। बल्कि उसने उठकर 500 मीटर भागा।

हैरानी की बात यह थी कि बाद में पता चला कि कूदने के बाद उसके पैर की हड्डी टूट गई थी, अब ये कैसे संभव था?

Chhota Rajan Kaise Bhaga?

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आमतौर पर देखा गया है कि यदि आपके शरीर का कोई हड्डी टूट जाता है तो वह अंग काम करने योग्य नहीं रहता। लेकिन यहां तो उस पर भी छोटा राजन भाग गया।

जी हां दोस्तों ये एमरजेंसी हार्मोन (Emergency Harmone), स्ट्रेस हार्मोन (Stress Harmone) या फाईट या फ्लाईट हार्मोन (Fight or Flight Hormone) का काम था।

जो की हमें आपात काल के दौरान बचाने में सहायक होता है। जो हमारे बॉडी से रिलीज़ होने लगती है और हरसंभव प्रयास करने में मदद करती है कि कैसे भी करके जान बचानी है हमें। दोस्तों छोटा राजन के बारे में यह जानकारी अच्छी लगी हो तो जरूर बताएं।

मंगलवार, 1 अक्टूबर 2024

Bukhar Me Thand Kyu Lagta Hai - बुखार में ठंडी क्यों लगती है?

Bukhar Me Thand Kyu Lagta Hai - बुखार में ठंडी क्यों लगती है?
बुखार में ठंडी क्यों लगती है?

बुखार में ठंडी क्यों लगती है?

दोस्तों बुखार से हम सभी परिचित हैं और ये एक आम बीमारी है। आए दिन किसी न किसी को देखने को मिलता है।

ज्यादातर यह मौसम के चेंज अथवा बदलने पर या फिर मच्छरों के काटने पर होता है। जिससे बदन गर्म हो जाता है और शरीर भारी पड़ जाता है अर्थात शरीर में थोड़ा भी दम नहीं रहता और ठंड लगने लगती है।

जिससे हमें थकान महसूस होने लगता है और हमारा शरीर काम करने योग्य नहीं रहता है, और ठंडी भी इतना ज्यादा लगता है कि हमारे हाथ पैर के साथ पूरा शरीर कांपने लगता है।

लेकिन दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम बुखार से पीड़ित होते हैं तो हमें ठंड क्यों लगता है?

जी हां जब भी हम बुखार से पीड़ित होते हैं तो आपने देखा होगा कि जोर की ठंड लगती है। आखिर ऐसा क्यों होता है कि कई कंबल ओढ़ने से भी ठंडी नहीं जाती।

आईए जानते हैं कि क्यों बुखार में ठंडी लगती है। दरअसल जब हम नार्मल रहते हैं तो हमारे नॉर्मल बॉडी का टेंपरेचर सामान्य होता है। जो उस वक्त हमारे आस पास के वातावरण के अनुसार सही होता है।

Bukhar Me Thand Kyu Lagta Hai

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लेकिन जब हम बुखार से पीड़ित होते हैं तो हमारे शरीर का टेंपरेचर अधिक हो जाता है। जो उस समय हमारे आस पास के टेंपरेचर से अधिक हो जाता है।

जब हमारे शरीर का तापमान ज्यादा और आस पास के वातावरण का तापमान कम होता है तो शरीर के तापमान से आसपास का तापमान कम हो जाता है। जिससे हमें ठंडी लगने लगती है और हमें कंबल की आवश्यकता पड़ती है।

वहीं जब कंबल ओढ़े जाने से शरीर के तापमान और कंबल के अंदर का तापमान सामान्य हो जाता है तो ठंड नहीं लगती है। तो दोस्तों यह जानकारी आपको कैसी लगी जरूर बताएं।